*गरीब के हज का हुक्म*
⭕आज का सवाल न.१०७३⭕
अ.
मेने गरीब होने की हालत में क़र्ज़ा और चंदा कर के हज किया था, अब में अल्हम्दुलिल्लाह माल दार हो गया हूँ, तो क्या मुझ पर दोबारा हज फ़र्ज़ है ?
ब.
मेरे दोस्त को उन के वालिद साहब ने हज करवाया था अब वह अलग होने के बाद अपनी कमाई से माल दार हो गया है तो दोबारह हज फ़र्ज़ होगा?
🔵जवाब🔵
दोनों सूरत में ग़ुरबत की हालत में जो हज अदा किया उस से हज का फ़रीज़ाह अदा हो गया, क्यों के वह पहला हज क़ुदरत हासिल हो जाने की वजह से फ़र्ज़ ही था अब दोबारह हज फ़र्ज़ नहीं
📗फ़िक़्ही ज़वाबित सफ़ा १३० बा हवाला
📕हिंदियाः १/२१७
📘शामी ३/४६१
و الله اعلم بالصواب
✏Mufti Imran Ismail Memon
🕌Ustaze daarul uloom Rampura surat, Gujarat, India.
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