*मुहब्बत का इस्लामी तरीक़ा*
⭕आज का सवाल नंबर १३९५⭕
कया इस्लाम में लड़का लड़की के दरमियान मुहब्बत की कोई गुंजाईश है ? इस्लामी क़ानून की पाबन्दी करते हुवे और परदे का लिहाज़ करते हुवे क्या मुहब्बत की कुछ इजाज़त है या नहीं ?
इस बारे में वज़ाहत फरमा दीजिये
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
मुहब्बत शफ़क़त और अज़मत के साथ किसी की जानिब दिली मिलन का नाम है जो गैर इख़्तियारी चीज़ है।
जब के गैर महरम लड़की के साथ ताल्लुक़ात क़ाइम करना और उस के साथ बात करना, मेसेज करना, बे तकल्लुफी इख़्तियार मुहब्बत नहीं बल्के नफ़सानियत और शहवत परस्ती है, जो शरअन ना जाइज़ और हराम है और इस से बचना भी लाज़िम है।
*(फिल्मों में मुहब्बत को एक पाक और अच्छी चीज़ दिखाई जाती है जो बिलकुल गलत है, इस से धोका नहीं खाना चाहिए* जो चीज़ शरीअत में गुनाह हो किसी के बतलाने या केहने से हरगिज़ अच्छी नहीं हो सकती)
📑 फ़तवा बिननोरिया सीरिअल नंबर ११३३६
✏मुफ़्ती हमीद उमर दराज़ करांची
✒तसदीक़, तशील व इज़ाफ़ा
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
📲💻
https://aajkasawal.page.tl/ROZA_RAMZAN.htm
http://www.aajkasawal.page.tl
http://www.aajkasawalhindi.page.tl
http://www.aajkasawalgujarati.page.tl
🔮Telegram channel🔮
Https://t.me/AajKaSawalJawab
No comments:
Post a Comment