*शौहर परदे से रोके तो*
⭕आज का सवाल नंबर १३९९⭕
मैंने ने समझदार होने से जवानी और शादी होने तक परदह किया, शादी के बाद मेरे शौहर मुझे मजबूर करते है के तुम बुर्क़ा और नक़ाब मत पेहनो।
तो क्या मेरे लिए शौहर की बात मानना जाइज़ है?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
परदह करना औरतों पर फ़र्ज़ है, और शरई हुक्म है, शौहर के केहने पर ना चेहरा खोलना जाइज़ है, और ना परदह का छोड़ना ही जाइज़ है, शौहर को समझाए, और परदह के फायदे बतलाए, (परदह के 40 फ़ायदे जवाब के आखीर में हैं) फिर भी मजबूर ही करे तो उस से तलाक़ ले ली जाए, ताके वह ऐसी बीवी ला सके जो हर एक को अपने हुस्न के नज़ारे की दावत दे।
ऐसी सुरत में शौहर भी सख्त गुनहगार होगा।
📗आप के मसाइल और उन का हल ८/८६ कदीम 95 जदीद
*👇🏻नक़ाब वाले बुर्के और परदह के फायदे👇🏻*
१। गैर मर्द की बुरी निगाह से हिफ़ाज़त।
२। गलत त'अल्लुक़ात पैदा होने से हिफ़ाज़त।
३। धुप से हिफ़ाज़त।
४। धूल-मट्टी से हिफ़ाज़त
५ । परदह ठंडी शर्दी से भी बचाता है।
६। सूरज की किरणो से रंग की हिफ़ाज़त।
७। बक्टेरिआ -(जरासीम-कीटाणु) से हिफ़ाज़त।
८। प्रदुषण (पोल्लुशण) धुवें से हिफ़ाज़त।
९। बद्बू से हिफ़ाज़त
१०। किसी की नज़र लगकर बीमार होने से हिफ़ाज़त
११। शरीफ होने की अलामत (निशानी)।
१२। इज़्ज़तदार होने की अलामत।
१३। मुआ'शराह (समाज) का बदकारी से पाक होना और उसकी हिफ़ाज़त।
१४। अल्लाह की मुहब्बत का मीलना।
१५। रसूल صلی اللہ علیہ وسلم की शफ़ाअत का नसीब होना।
१६। परदह पाकीजगी है।
१७। परदह सतर है।
१८। परदह तक़वा है।
१९। परदह ईमान है।
२०। परदह निफ़ाक़ से बचाता है।
२१। परदह ऐसा शरई हुक्म है जिसमें दिन और दुनिया के फायदे हैं।
२२। परदह निस्वानी हुस्न का मुहाफ़िज़ है।
२३। परदह दिलों की पाकीजगी और तहारत का ज़रियाः है।
२४। परदह औरत की फितरी हया का तक़ाज़ा है।
२५। परदह छोटे बड़े कई गुनाह से रूकावट है।
२६। परदह औरत के लिए अफ़ज़ल तरीन अमल में से है।
२७। परदह करने वाली औरत अपने रब से ज़ियादह क़रीब है।
२८। परदह शैतान और उसके मकर से बचाव का ज़रियाः है।
२९। परदह तक़वा का लिबास, और हया की दलील है।
३०। परदह औरत को फैशन की शरारत से मेहफ़ूज़ रख्ता है।
३१। बेपर्दगी के हराम ख्वाईश-गुनाह से बचने की वजह से जन्नत की बशारत।
३२। परदह लिबास और ज़ेवर की रियाकारी से बचाता है।
३३। परदह में चैंन, हार किसी चोर के तोड़ जाने से महफूज़ रेह्ते है।
३४। परदह से अंदर का लीबास मैला नहीं होता।
३५। परदह करने वाली औरत बेपरदा औरत के मुक़ाबले में अपने आप को महफूज (सेफ) मह्सूस करती है।
३६। परदह करने से मख्खी और मच्छर परेशांन नहीं करते।
३७ । परदह की वजह से कोई सताए तो सब्र जिस का सवाब बे हिसाब मिलता है।
३८। परदह दीनदार होने की अलामत-निशानी है।
३९। परदह अज़्वाजे मुतह्हरात-हुज़ूर सलल्लाहु अलय्हि वसल्लम की पाक बीवियां की सुन्नत है।
४०। परदह कर के गुनाह से बचनेवाली औरत का खात्मह इमांन पर होता है।
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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