*खात्मे कुर'आन पर शीरीनी (सिन्नी) तकसीम करना*
⭕ आज का सवाल नंबर १३८०⭕
अ.
खात्मे कुर'आन और तरावीह पर शीरीनी (सिन्नी) तकसीम करना और उसके लिए चंदा करना कैसा है ?
ब.
कोई अपनी तरफ से अपने ही खर्च से मिठाई लेकर तकसीम कर सकता है ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
अ.
खत्मे कुर'आन पर शीरीनी तकसीम करने को ज़रूरी समझना और इस का एहतमाम और पाबन्दी करना जाइज़ नहीं, हुज़ूर सलल्लाहु अलैहि वस्सललम सहाबा ए किराम रदियल्लाहु अन्हुम अजमईन और ताबेंइन रह. से इस का सुबूत नहीं मिलता.
इसके लिए चंदा करना जाइज़ नहीं.
ब.
कोई अपनी जेबे ख़ास (अपने खर्च) से बा-ख़ुशी तकसीम करे तो इस शर्त के साथ गुंजाईश है के नमाज़ियों को तकलीफ न हो, मस्जिद में ऐसे वक़्त तकसीम करे के नमाज़ में खलल वाक़ेअ न हो, मस्जिद और मस्जिद के दरवाज़े पर शोर गुल न हो, मस्जिद के एहतराम व आदाब के खिलाफ कोई बात पेश न आये.
📘किताबुननावाज़िल ८/३९५
📗बाहवाला एहसनुल फतवा १/३७७
📕फतवा राशीदियाः ५१९
📙शामी करांची २/२४० बाबुल जनाइज़.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
📲💻
https://aajkasawal.page.tl/ROZA_RAMZAN.htm
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