*३ तलाक़ का सुबूत हदीस से*
⭕आज का सवाल नंबर ९७९⭕
क्या तीन तलाक़ का सुबूत हदीस शरीफ में भी मिलता है ?
🔵 आज का जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
हाँ, तीन तलाक़ का सुबूत सहीह हदीस की किताब नसाई में मव्जूद है.
*हदीस नंबर १*
महमूद इब्ने लबीद رحمت اللہ علیہ ने नक़ल किया है के रसूले करीम صل اللہ علیہ وسلم को एक आदमी के बारे में खबर दी गयी, जिस ने अपनी बीवी को एक साथ तीन तलाकें दी थी. आप صل اللہ علیہ وسلم गुस्सा हो कर खड़े हो गए, और फ़रमाया, अल्लाह की किताब के साथ खेल किया जाता है, हालां के में तुम्हारे दरमियान मव्जूद हूँ ! इतने में एक आदमी खड़ा हो गया और कहने लगा, ऐ अल्लाह के रसूल, क्या में उस को क़तल कर दूँ ?
📔नसाई किताबत तलाक़ जिल्द २ सफ़ा ९८०
ऊपर की हदीस से साबित होता है के, तीन तलाक़ एक साथ वाक़िअ हो जाती हैं, अगर वाक़िअ ना होती तो हुज़ूर صل اللہ علیہ وسلم इतना गुस्सा ना फरमाते, और फरमा देते के कोई हरज नहीं, रुजूअ कर लो.
क़ाज़ी अबू बक़र इब्नुल अरबी ने इस हदीस के मुताल्लिक़ फ़रमाया के, इस शख्स की भी तीन ३ तलाक़ को नाफ़िज़ फरमा दिया था.
📘तहज़ीबे सुनने अबी दावूद तब'ए मिसर जिल्द 3 सफ़ा १२९
*हदीस नंबर २*
एक लम्बी हदीस में है के इब्ने उमर رضی اللہ عنہ ने अपनी बीवी को पाकी में तलाक़ देने के बजाये हैज़ -मासिक में एक तलाक़ दे दी थी फिर उन्होंने रुजूअ कर लिया था,
वह फरमाते है के मेने रसूलुल्लाह صل اللہ علیہ وسلم से दरयाफ्त किया के, “या रसूलुल्लाह ! अगर मैने तीन तलाकें दे दी होती तो किया मेरे लिए रुजूअ करना जाइज़ होता ?
हुज़ूर صل اللہ علیہ وسلم ने फ़रमाया, “नहीं उस सूरत में बीवी तुम से जुड़ा हो जाती और तुम्हारा ये काम (३ तलाक़ एक साथ देना) गुनाह होता“
📙दारे कुटनी जिल्द २ सफ़ा ४३८.
इसी वजह से इब्ने उमर رضی اللہ عنہ ३ तलाक़ के पड़ जाने का फतवा दिया करते थे, उन के फतवे की हदीस देखिये बुखारी में.
📗बुखारी शरीफ २/९२ और ८०३ बाबू मन अजज़ तलाकस सलास.
📕फतावा रहीमियाह जदीद ६/३३५,३३६
واللہ اعلم
✏मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन हनफ़ी गुफिर लहू
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा सूरत गुजरात इंडिया
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