*शैख़-पीर केसा हो?*
⭕आज का सवाल नंबर.१२५८⭕
ब'यत होने से पहले शैख़-पीर में क्या क्या सिफ़त देखने चाहिए?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
हज़रत शाह अब्दुल हक़ मुहद्दिसे देहलवी रहमतुल्लाहि अलैहि लिखते है के शैख़े मुहक़िक़-कामिल के सिफ़त ये है.
१. क़ुरआन व हदीस का सहीह इल्म रखता हो चाहे पढ़कर या उलमा से पूछकर
२. अमानतदारी और तक़वा में पक्का हो, कबीरह गुनाहों से बचता हो और सगीरः गुनाह बार बार न करता हो.
३. दुन्या से बे रगबत हो -माल और इज़्ज़त की मुहब्बत न रखता हो, आख़िरत की रगबत- शौक़ रखता हो, ज़रूरी आमाल और हदीस से साबित ज़िक्रो अज़कार मस्नून दुआओ का पाबंद हो.
४. अच्छाई का हुक्म करने की और बुराई से रोकने की आदत हो
५. सुलूक व तज़्कियह ए बातिन-अपने दिल की सफाई और इस्लाह मोअतबर मशाइख-पीरों से हासिल की हो और उन की सुहबत में काफी रहा हो और उन्होंने उस पर भरोसा किया हो.
६. बिदअत से परहेज़ करता हो.
७. सुन्नत का इत्तिबा करता हो.
फतावा महमूदिया ४/३५१ ३५९ से तशील के साथ
फतावा अज़ीज़ी २/१०४ २०५.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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