*बैअत/मुरीद होने का हदीस से सुबूत*
⭕ आज का सवाल नं. १२५५ ⭕
क्या बैअत होने का हदीस से भी सुबूत मिलता है..?
🔵 जवाब 🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
हां... बैअत होने का सुबूत अहादीस से भी मिलता है, एक हदीस पेश करता हूँ...
उबैदह बिन सामित रदीअल्लाहु अन्हु से मरवी है उन्होंने फरमाया के रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम ने इरशाद फरमाया इस हाल में के आपके आस पास सहाबा की जमात थी "मुझसे बैअत करो इस बात पर के अल्लाह के साथ किसीको शरीक नहीं करोगे, चोरी नहीं करोगे, झीना नहीं करोगे, अपनी औलाद को कत्ल नहीं करोगे, जान बूझकर खुला हुआ बौहतान नहीं बाँधोगे और किसी नेक काम में नाफ़रमानी नहीं करोगे. तुममें से जो इन वादो को पूरा करेगा उसका अजर अल्लाह के जिम्मे है, जो इन गुनाहों में किसी गुनाह को करेगा उसकी सजा दुनिया में मिलेगी तो वो उसके गुनाहों का कफ्फारा होगी, और जो इन गुनाहों में से कुछ करेगा फिर अल्लाह उसकी सत्तारी फरमाये/ऐब छुपाये तो येह मामला अल्लाह के हाथ में है चाहे उसको माफ करे, चाहे उसको सजा दे, तो हमने इन चीजों पर आप सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम से बैअत करली."
📗 मीश्कात शरीफ किताबुल ईमान १/१३
ब हवाला बुखारी मुस्लिम
📘 फतावा महमुदीया ४/४०१
و الله اعلم بالصواب
📝 *मुफ्ती इमरान इस्माईल मेमन, हनफ़ी, चिश्ती*
🕌 उस्ताद दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, भारत
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