*काफिर होने की शर्ते*
⭕ आज का सवाल नंबर १२९६⭕
कोई शख्स कुफ्र की बात ज़बान से निकाले तो काफिर कब समझा जायेगा?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
कुफ्र की बातें ज़बान से निकले तो तीन शर्तें पाई जाये तो काफिर समझा जायेगा.
१. होसो हवास में हो यानि नशा और बे होशी न हो.
२.क़स्द व ईरादह से हो यानि गलती और साहव-भूल से न हो पास बगैरह इरादह के काफिर न होगा.
३.इख्तियार से हो यानि किसी ने जान से मार डालने या सख्त तकलीफ पहुंचने की धमकी देकर ज़बरदस्ती न बुलवाया हो (अगर उसे कुफ्र की बात बोलने पर मजबूर किया गया हो दिल बोलने के वक़्त इमांन पर मुतमइन हो तो काफिर न समझा जायेगा)
📕उम्दतु फ़िक़ह १/१६९.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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