*फ़र्ज़ की आखरी दो में सूरत मिलाना*
⭕ आज का सवाल नंबर १२९३⭕
चार रकात वाली फ़र्ज़ नमाज़ में आखरी दो रकात में सिर्फ सुरह ए फातिहा-अल्हम्दु शरीफ पढ़ना सुन्नत है लेकिन किसी ने सुरह फातिहा के बाद सूरत भी मिला ली तो सजदह ए सहव वाजिब होगा या नहीं?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
पूछी हुई सूरत में सजदह ए सहव वाजिब नहीं होगा.
📗बहिश्ती समर से माखूज़.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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