*दुआ ए क़ुनूत में शिरकत करना और आमीन कहना*
⭕ आज का सवाल नंबर १३०३⭕
दुआ ए क़ुनूते नाज़िलाह में शामिल हो तो क्या करना चाहिए ? सना पढ़े या नहीं ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
क़ुनूते नाज़िलाह में शरीक हो तो सना न पढ़े बल्कि ख़ामोशी से दुआ सुने और इमाम की हर दुआ (वक़्फ़े) पर आहिस्ता से आमीन कहे,
इस बारे में बड़ी कोताही हो रही है अक्सर मजमा होंठ हिलाये बगैर बल्कि खामोश खड़ा होता है. लिहाज़ा आमीन कहने का एहतमाम होना चाहिए.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
📲💻
http://www.aajkasawal.page.tl
No comments:
Post a Comment