*रोज़ा तोड़ने का कफ़्फ़ाराह*
⭕आज का सवाल नंबर १३६९⭕
रमजान का रोज़ा जान बुझ कर तोड़ दे तो उस का कफ़्फ़ाराह क्या है?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
रमजान का अदा रोज़ा बिला शरई उज़र तोडा तो उस का कफ़्फ़ारह ये है के
दो २ महीने लगातार -मुसलसल रोज़े रखे, अगर इस की ताक़त न हो तो ६० मिस्कीनों-फ़क़ीरों को दो वक़्त पेट भर खाना खिलाये. दोनों वक़्त वही फ़क़ीर होना ज़रूरी हैं, या ६० साथ फ़क़ीरों में से हर एक को पोने दो किलो गेहूं या उस की क़ीमत या क़ीमत के बराबर चावल आता जुवार वगैरह दे दें.
📗बहिश्ती ज़ेवर हिस्सा ३
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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गुज.हिंदी उर्दू पर्चों के लिए
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