*ज़कात की रक़म चोरी हो जाये*
⭕ आज का सवाल न.१३४९⭕
१. अगर ज़कात की रक़म अलग कर के रखी हो और वह चोरी हो जाये या किसी और तरह जायअ हो जाये तो ज़कात दोबारह देनी पड़ेगी?
२. अगर वह रक़म मुझे किसी दोस्त ने मुस्तहिक़ को देने के लिए दी थी तो चोरी हो जाने की वजह से दोबारह दोस्त को लौटना ज़रूरी होगा?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
१. हाँ ज़कात दोबारह देनी पड़ेगी क्यों ज़कात अदा नहीं हुई. इस लिए के मसराह-ज़कात की मुस्तहिक़ पर खर्च नहीं हुई और तम्लीक मालिक बनना पाया नहीं गया.
२. अगर आप ने उस रक़म की हिफाज़त में कोताही नहीं बरती है तो उस रक़म के आप ज़ामिन नहीं यानि दोस्त को लोटानी ज़रूरी नहीं.
📔अल बहरूर राइक २/२१८ बहवाला
📙किताबुल मसाइल २/१९७
📘एहसानुल फतवा ४/२८९ बहवाला 📔मसाइल ज़कात सफा २३१و
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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