🍹मुहर्रम का शरबत🍷
⭕आज का सवाल न. १४८६⭕
मुहर्रम के दिनों में जो लोग शरबत की सबील (परब) लगाते हैं वह जाइज़ है या नहीं ? इस में चंदा देना जाइज़ है या हराम ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
शरबत या पानी ही पिलाने की पाबन्दी गलत और गैर साबित है. अगर सर्दी का मौसम हो तब भी शरबत ही पिलाया जाए! (ऐसा मुहल्लाह (स्ट्रीट) हो जिस में हर घर में ठंडा और मटके का पानी मव्जूद है तो जहां पानी की ज़रूरत नहीं वहाँ भी पानी के मटके ही की सबील लगाने का क्या मक़सद है?)
एक गलत अक़ीदह को भी इस में दखल है वह यह है के हज़रत हुसैन रदिअल्लाहु अन्हु के मुताल्लिक मशहूर है के पियासे शहीद किये गए और यह शरबत और पानी उन के पास पहुंच कर उन की पियास बुझायेगा.
इस अक़ीदह की इस्लाह ज़रूरी है. यह शरबत वहाँ नहीं पहुंचता, न उन को इस शरबत की ज़रूरत है. अल्लाह पाक ने उनके लिए जन्नत में आला से आला (बेहतरीन) ने'मते कर राखी हैं जिन के मुक़ाबलाः में यहाँ का शरबत कोई हैसियत नहीं रखता.
📗फतावा महमूदियाः दाभेल २०/२७८
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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