*मुसाफिर का १५ दिन एक शहर, देहात में मुख़्तलिफ़ मस्जिद में क़याम*
⭕आज का सवाल नंबर १४७४⭕
हमारी मुसाफिर जमात को सुरत शहर में १५ दिन का रुख दिया है,
जिस में हमें ८ दिन उन गांव में काम करना है और ७ दिन रानी तालाब के हलका नम्बर १ में काम करना है।
उन गांव और रानी तालाब में तक़रीबन १० किलो मीटर का फ़ासला है।
तो हम मुक़ीम कहलाएँगे या मुसाफिर ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
उन गांव और रानी तालाब दोनों सुरत शहर में ही है।
जो शरअन एक ही जगाह के हुक्म में है।
लिहाज़ा शहर के मुख़्तलिफ़ ईलाक़ों में क़याम करने के बा वजूद आप की जमात मुक़ीम कहलाएगी।
📘फ़तवा कास्मियाह ८/६५७ से माखूज
و الله اعلم بالصواب
*इस्लामी तारिख* :२४ ज़ुल हिज्जः १४३९ हिजरी
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
📲https://aajkasawal.page.tl/HAJ_QURBANI.htm
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