*लड़कों को देखने का हुक्म*
⭕आज का सवाल नंम्बर १४९९⭕
लड़कों को शहवत की निग़ाह से देखना कैसा है?
शरीअत में इस बारे में क्या रहनुमाई है?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
अगर लड़का अमरद है याने उसके मूंछ के बाल फ़ुट चुके हैं और दाढ़ी नहीं है ऐसे लड़कों का हुक्म ब'आज़ उलमा के नज़दीक औरत की तरह है उसका सर से पैर तक का जिस्म छुपाने के क़ाबिल है।
इबनुल क़त्तन रहमतुल्लाही अलय्हि फ़रमाते हैं जिस लड़के की दाढ़ी नहीं निकली लुत्फ़ अन्दाज़ होने और लज़्ज़त पाने की नज़र से देखना हराम है। अगर लज़्ज़त मक़्सद न हो और देखने वाले को फ़िटने से इत्मिनान हो तो जाइज़ है।
📕रद्द्दुल मुहतर १/२८५
अगर जिन्सी मिलन का खतरा हो तो औरत और बगैर दाढ़ीवाले लड़के पर नज़र डालना हराम है।
📙रद्द्दुल मुहतर १/२८५
📗हया और पाक दामनी २५६
و الله اعلم بالصواب
🌙🗓 *इस्लामी तारिख* :१८ मुहर्रमुल हराम१४४० हिजरी
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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