*🎈उतराण (उत्तरायण मकर सक्रांति) के दिन खाना बेचना* 🍜
⭕आज का सवाल नो.१२२७⭕
ख़ास उतराण (पतंग के गैरों तहवार) के दिन मस्जिदे और मदरसह की आमदनी के लिए खाना बेचना और उन पैसों को मस्जिद मद्रसह में इस्तेमाल करना कैसा है ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
उतराण के दिन का खाना बेचा जायेगा तो इस में खरीदार हर क़िस्म के लोग होंगे, तेहवार मनाने वाले भी होंगे और तेहवार न मनाने वाले भी होंगे. रही बात यह के उस खाने को खा कर पतंग उड़ाना गाना सुनना वगैरह गुनाहों के काम करेंगे, तो यह उनके अपने अमल हैं, खाना बेचने वाले इसके ज़िम्मेदार नहीं हैं, इसलिए उस दिन खाना बेचने को न-जाइज़ या हराम नहीं कहेंगे.
फिर भी उसी दिन खाना बेचने में उनकी उस दिन की ज़ियाफ़तों-पार्टियों (जो खुराफात से भरी होती हैं) की हौसला अफ़ज़ाई होती है, और उनकी रौनक में इज़ाफ़ा होता है, और पैसों को दीनी काम में इस्तेमाल करना है, लिहाज़ा उस दिन इन लोगों को टारगेट बनाकर खाना बेचना इमानि हमिययत और गैरत के खिलाफ है, लिहाज़ा इस से परहेज़ करना बेहतर है.
📗फतावा रहीमियः ९/१९५ करांची से माखूज़.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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