*वसीला लेना*
⭕ आज का सवाल नं. १२३६ ⭕
वफात के बाद हुजूर सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम, अम्बिया, सीद्दीकीन, शुहदा और वलियों का वसीला उलमाए देवबंद के नजदीक ज़ायज़ है या नाजायज..?
🔵 ज़वाब 🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
हमारे नजदिक और हमारे मशाइख के नजदीक दुआओं में इन तमाम का वसीला ज़ायज़ है, उनकी हयाती में हो या वफात के बाद इस तौर पर कहे के या अल्लाह मैं फुलां बुजुर्ग के वसीले से तुझसे दुआ की कुबुलीयत और हाजत बरारी मांगता हूँ. या इस जैसे और कोई कलीमात कहे.
📗 अल मुहन्नद यानी अकाईदे उलमाऐ देवबन्द, सफ़ा १०
و الله اعلم بالصواب
📝 *मुफ्ती इमरान इस्माईल मेमन, हनफ़ी, चिश्ती*
🕌 उस्ताद दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, भारत
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Aajkasawaal
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