फ़र्ज़ नमाज़ की आखरी दो रकत में सूरत मिलाना
⭕आज का सवाल नो.१२२५⭕
में तनहा फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ रहा था और तीसरी चौथी रकत में गलती से सूरह फातिहा के बाद सूरत भी मिला ली तो मेरी नमाज़ हुयी या नहीं? मेने सजदह सहव भी नहीं किया.
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
पूछी हुयी सूरत में आप की नमाज़ हो गई, फ़र्ज़ की तीसरी चौथी रकत में सूरत मिला लेने से सजदह सहव भी वाजिब नहीं होता.
📗मसाइल सजदह इ सहव.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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