*वक़्फ़ तारीफ और उस का हुक्म*
⭕आज का सवाल नंबर .९५७⭕
वक़्फ़ कैसे कहते है ?
उस का हुक्म क्या है ?
🔵आज का जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
किसी चीज़ को अपनी मिलकियत से निकलकर अल्लाह की मिलकियत में अल्लाह को राज़ी करने और सवाब हासिल करने के लिए हमेशा के लिए दाखिल करना ताके उस से अमीर गरीब सब फ़ायदा उठाये या मस्जिद, मदरसा, क़ब्रस्तान , मज़ार , मुसाफिर , बीमारों वगैरा के लिए या किसी भी दीनी काम के लिए खास कर देने को वक़्फ़ कहते है.
उस का हुक्म ये है के उस का बेचना, खरीदना, रहन -गिरवी रखना या किसी को फ्री में इसतीअमाल के लिए दान या वक़्फ़ की चीज़ को दुसरी चीज़ लेकर बदलना ये सब ना जाइज़ और हराम है कोई ऐसा करेगा तो वह सख्त गुनहगार होगा और वह मुआमला शर'अन बातिल और केन्सल होगा.
📗मजमूआ ए क़ावानीने इसलामी सफा ३५७ ३८५
واللہ اعلم
✏मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन हनफ़ी गुफिर लहू
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा सूरत गुजरात इंडिया
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