*होज़दी और आँतें खाना*
⭕आज का सवाल नंबर १४५९⭕
होज़दी (स्तोमच) और आंतें (इंटेस्टिनेस) खाना कैसा है ?
बा'ज़ लोग होज़दी (स्तोमच) खाते हैन, बा'ज़ लोग फेंक देते है,
और बा'ज़ क़िताबों में होज़दी खाना हराम लिखा है।
इस में सहीह क्या है ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
फ़ुक़हा (मसाइल के माहिर उलामा) ने जिन सात, आठ चिज़ों को मना किया है उस में आँतें (इंटेस्टिनेस) और होज़दी (स्तोमच) को शुमार नहीं किया है,
जो लोग मना करते हैं उनसे फ़िक़ह की अरबी किताब का हवाला इबरत के स्कैन के साथ तलब किया जाये।
वरना होज़दी खाना शर'अन जाइज़ है,
खूब साफ़ कर के खाये, जिन को तबई तौर पर पाबंदी न हो और न खाये तो कोई हरज नही, लेकिन उसे हराम केहना सहीह नहीं।
📚फतावा महमूदियाः दाभेल १७/२९३
बा हवाला
📗१ रद्दुल मुख़्तार :शामी किताबुल खुंसा , मसाइल शत्ताह ७४९/६ सईद
📘२ बदायूस सानया, किताबुज जबाईह २/२७२ दारुल क़ुतुब इल्मिययह बेरूट
📕३ फ़तावा आलमगिरिययह किताबुज जबयह बाब ३ ५/२९० राशीदियह
📙४ किताबुल असर सफा १७९
इस हदीस की किताब में भी हुज़ूर ﷺ ने ७ चीज़ों को ही मकरूहे तहरीमी क़रार दिया है।
*नोट: इन किताबों को बरेलवी हज़रात भी मानते हैं*
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
📲https://aajkasawal.page.tl/HAJ_QURBANI.htm
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