*मुश्तजनी/हस्त मैथुन/Masturbation का हुक्म*
⭕ आज का सवाल नं. ११८४ ⭕
मुश्तजनी/हस्थमैथुन/हाथ से मनी निकालना कैसा है..? बाज हज़रात कहेते है येह एक फ़ितरी इन्सान की तबियत का तकाजा है इसमेँ कोई नुकसान नहीँ. क्या येह बात शरियत की रोशनी मेँ सहीह है..?
🔵 जवाब 🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
हुजूर सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम ने उम्मत को वोह तमाम बातेँ बता दी जिसमेँ उम्मत का दुनिया और आखिरत का फायदा था, और उन तमाम बातों से रोक दिया जिसमेँ दुनिया आखिरत का नुकसान है. अल्लामा अलुसि रहमतुल्लाह ने अपनी तफ़सीर रुहुल माअनी मेँ सूरह मोमीनुन की आयत नं. ७ की तफ़सीर मेँ येह रिवायत नकल की है के नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम ने इरशाद फरमाया कल कयामत के दिन बहोत से लोग ऐसी हालत मेँ लाये जायेँगे के उनके हाथ हामिला होंगे, कहा जायेगा येह वोह लोग है जो अपने हाथो से मनी निकालते थे, उस दिन पूरी दुनिया के सामने उन लोगो की रुसवाई और बेइज्जती होगी.
जमहूर फुकहा (मसाइल के माहिरीन की बड़ी जमात) हाथ से मनी निकालने के हराम होने पर मुत्तफ़िक़ है, किसी को इख़्तिलाफ़ नहीँ.
📗रूहूल माअनी ११/८१
📕बहरुल मुहित ६/३६७
कुरान व हदीष, आयुर्वेदिक, होमियोपथीक, यूनानी येह चारों इसको नुकसान देह बताते है, सिर्फ एलोपेथीक डॉक्टर्स बिना खास दलील के कहेते है इससे कोई नुकसान नहीँ. हांलांकि बहोत से कॉलमों/मझामीन मेँ अहकर ने पढा की एक मरीज आता है और डॉक्टर से शिकायत करता है के मेरी शर्मगाह टेढ़ी हो गई है, मुझे कसरत से इंजाल होता है. गर्ज अपनी शर्मगाह के बारे मेँ कोई भी शिकायत करके कहेता है के मुझे हाथ से मनी निकालने की बुरी आदत है येह उसी से हुआ है ऐसा मुझे लगता है. तो डॉक्टर फौरन कहेता है उससे कोई नुकसान नहीँ, मरीज येह सुनकर खुश हो जाता है और येह नुकसान किस चीज से हुआ डॉक्टर इस बात को नहीँ बतलाता, ना मरीज अपनी बुरी आदत को जारी रखने की खुशी मेँ पूछता है. येह एक बहोत बड़ा धोका हमारे नौजवान को ऐसे मज़ामीन पढ़ने से हो रहा है. इसके बहोत नुकसान है जिसे मुस्तकिल मेसेज मेँ इंशाल्लाह भेजा जायेगा.
و الله اعلم بالصواب
📝 *मुफ्ती इमरान इस्माईल मेमन, हनफी, चीस्ती*
🕌 उस्तादे दारुल ऊलूम, रामपूरा, सूरत, गुजरात, भारत.
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