*मस्जिद में सुन्नत कहाँ पढ़े*
⭕आज का सवाल नंबर १५५८⭕
मस्जिद में फज्र, ज़ोहर की सुन्नत कहाँ पढनी चाहिए ? लोग कहीं भी पढते लेते है।
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
मस्जिद में सुन्नत सहन-वरांडे में पढनी चाहिए।सहन या कोई अलग जगा न हो तो मस्जिद के कोने में इस तरह पढनी चाहिए के आने जाने में और जमाअत खड़ी हो जाये तो सफ बनाने में कोई हरज-तकलीफ और इश्तिबाह-गलत फहमी न हो के ये सुन्नत पढ़ रहा है या जमात से फ़र्ज़ पढ़ रहा है।
इस के खिलाफ करना मकरूहे तहरीमी है, इस बारे में छोटी मस्जिदों में बड़ी कोताही पाई जा रही है, इस तरफ तवज्जुह करने की ज़रूरत है।
📗दरसी बहिश्ती ज़ेवर सफा १५२ से माखूज
و الله اعلم بالصواب
🌙🗓 *इस्लामी तारीख़*
१७ रबीउल अव्वल १४४० हिजरी
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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