*औरतों का घर से बाहर काम करने जाना*
⭕आज का सवाल नंबर १२११⭕
मेरे शोहर (खाविंद) कई सालों से बेरोज़गार है, गवर्नमेंट से उनका जो पेंशन आता है उससे घर का गुज़ारा (खर्च) पूरा नहीं होता, कम पड़ता है, और हमारे घर में मेरे अलावह मेरी ३ बेटियां और एक बहु है, इसीलिए हम अगर घर पर सिलाई काम करे तो भी आमदनी होती है, और अगर घर के पास फैक्ट्री हैं जहां सब औरतें सिलाई काम करती हैं वहाँ जाएँ तो भी कर सकती है, और वहां जाने से कुछ ज़ियादह मिलेगा. मगर मेरे शोहर कहते है के ये जाइज़ नहीं हैं.
आप से गुज़ारिश है के आप बतलायें क्या यह जाइज़ है या नहीं ?
क्यों के इस वक़्त हम २ लाख रुपये के मक़रूज़ है वह कहाँ से अदा हो ? कुछ समझ में नहीं आता.
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
औरतों को क़ुरआन में बारी ताला ने हुक्म दिया है
*و قرن فی بیوتکن*
"अपने घरों में रहो"
नबी ए करीम सलल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया;
"औरत जब घर से निकलती है तो शैतान उसे टाक लेता है"
याने लोगों की निगाह में सजाता है और इस तरह उसको मुस्लमान में बुराई फैलाने का ज़रियाः बनाता है .
सहीह इब्ने खुज़ैमाह में यह भी है;
"औरत अपने रब से ज़ियादह क़रीब उस वक़्त होती है जब वह अपने घर के बिच छुपी रहती है"
📗मारीफुल क़ुरआन ७/२१५ २१६
औरतों का घरों से निकलना फ़िटने का सबब है, इसी लिए औरतों को किसी भी नमाज़ के वास्ते मस्जिद जाने की इजाज़त नहीं दी गयी, हालांकि मस्जिद में जमात की नमाज़ की शरीअत में बड़ी ताकीद आयी है, लेकिन फुक़्हा-मसाइल के माहिरीन उलमा ने औरतों को इस से मना फ़रमाया है.
इसलिए आप न खुद जाएँ और न अपनी बहु बेटियों को फैक्ट्री पर जाने की इजाज़त दें.
हुकूमत जो देती है और घर रह कर सिलाई काम से जो आमदनी होती है उसी से किफ़ायत शिआरी-करकसर के साथ वक़्त गुज़ारे.
अल्लाह की ना फ़रमानी कर के ज़ियादह लालच न करे. अपनी ज़रूरत को कुछ महदूद फरमाएं और क़र्ज़ की अदायगी के लिए अल्लाह ता'अला से दुआ करती रहें, वह असबाब बनाने वाली ज़ात है,
हर नमाज़ के बाद ७ मर्तबा इस दुआ का एहतमाम करे
"الھم اکفنی بحلالک ان حرامک و اغننی بفضلک عن من سواک"
*अल्लाहुम्मा इकफिनी बिहलालिक अन हरामिक व अग्नी बिफ़ज़्लिक अममन सिवाक*
हदीस में आता है के अगर पहाड़ के बराबर भी क़र्ज़ः होगा तो इंशा अल्लाह अदा हो जायेगा.
📗महमूदुल फतावा ५/६७२.
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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