*नमाज़ की सुन्नतें*
⭕आज का सवाल नंबर ११२५⭕
नमाज़ों की कितनी सुन्नतें है?
और कोन कोनसी है ?
इन सुन्नतों पर अमल करना ज़रूरी है ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
नमाज़ की ५१ सुन्नतें है ये सुन्नतें छूट जाये तो नमाज़ का फरीजः तो ज़िम्मे से उतर जायेगा. लेकिन नमाज़ में ख़ुशूअ और ख़ुज़ूअ पैदा न होगा और नमाज़ अल्लाह की बारगाह में क़ुबूलियत के दर्जे को नहीं पहुंचेगी लिहाज़ा इन फायदों को हासिल करने इन सुन्नतों का एहतमाम करना ज़रूरी समझना चाहिए. जो हसबे ज़ैल है.👇🏻
(१) तक्बीरे तहरीमह के वक़्त सीधे खड़े होना. सर को पस्ट और निचे न करना.
(२) दोनों पेरो के बिच में चार उंगलियों के बराबर फ़ासलाह रखना और पेरो की उंगलिया क़िब्ले की तरफ रखना.
(३) इमाम की तक्बीरे तहरीमह के वक़्त मुक़्तदी की तक्बीरे तहरीमह का होना.
(४) तकबीर के वक़्त हाथो को कानो तक उठाना.
(५) दोनों हाथ की हथेली क़िबलाह रुख रखना.
(६) उँगलियाँ अपनी हालत पर रखना.
(७) सीधे हाथ की हथेली बाएं हाथ पर रखना.
(८) आखरी ऊँगली और अंगूठे से हाथ का हलकाः बना कर पकड़ना.
(९) मर्दों को नाफ के निचे हाथ बांधना.
(१०) सना यानि सुब्हानकल्लाहुम्मा का पढ़ना.
(११) बिच की तीन उँगलियों का बाएं हाथ के पोहचो पर मिलाये बगैर रखना.
(१२) अऊजुबिल्लाह का पढ़ना.
(१३) बिस्मिल्लाह का पढ़ना.
(१४) आहिस्तह से आमीन कहना.
(१५) फज्र की पहली रकत तवील करना.
(१६) किरात का न जल्दी न धीरे बल्कि दरमियानी रफ़्तार से किरात का पढ़ना.
(१७) फ़र्ज़ नमाज़ो की तीसरी चौथी रकत में सूरह फ़ातिहाह का पढ़ना.
(१८) रुकू की तकबीर कहना.
(१९) रुकू में दोनों हाथो से घुटनो को बराबर अच्छी तरह पकड़ना.
(२०) पिंडलियों को रुकू में सीधा करना.
(२१) रुकू में पीठ को बिछा देना ऊँची न रहे.
(२२) रुकू में सर और सुरीन सीधे रखना.
(२३) रुकू की तस्बीह तीन बार पढ़ना.
(२४) जमा’त की नमाज़ में रुकू से उठने पर इमाम समीअल्लाहु ली मन हमीदह कहे तो मुक़्तदीयों का रब्बना लकल हम्द पढ़ना.
(२५) सजदह की तकबीर का पढ़ना.
(बाक़ी सुन्नतें आइन्दः कल आज का सवाल नंबर ११२६ में बताई जाएगी इंशाअल्लाह)
و الله اعلم بالصواب
✏मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
📲💻
http://www.aajkasawal.page.tl
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