Sunday, January 3, 2016

गैर मुस्लीम लोगों कि तरफ से यह ऐतिराज़ कीया जाता है के हुज़ुर सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम ने हज़.आइशा रदीयल्लाहु अन्हा से जीन की उम्र सिर्फ 6 सील थी जो बेटी की उम्र है उन्से इस उम्र में निकाह क्युं किया ?

⭕सवाल⭕

गैर मुस्लीम लोगों कि तरफ से यह ऐतिराज़ कीया जाता है के हुज़ुर सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम ने हज़.आइशा रदीयल्लाहु अन्हा से जीन की उम्र सिर्फ 6 सील थी जो बेटी की उम्र है उन्से इस उम्र में निकाह क्युं किया ?

🔵जवाब🔵

निकाह 6 साल की उम्र हुआ लैकिन रुख्सती(बीदाई) 9 साल की उम्र (गर्म मुल्को में बालीग की- पक्की उम्र वाली होने कि उम्र) में हुई थी,अरब में बडी उम्र वाले का छोटी उम्र वाले से निकाह करना आम था, कोइ तअज्जुब की चिज़  ही नहीं था इसलीये कुफ्फार और यहुदीयों ने नबी सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम पर बहोत से ऐतिराज़ - इश्काल किये और नबी सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम को अल्लाह की पनाह बुरे अल्काब जैसे कि जादुगर,दिवाना झूठा वगैरह कहा लैकिन आज- कल के काफिरों ने जिन लकब का ईस्तेमाल किया वोह किसी ने नहीं किया, इस कम उम्र की शादी की असल वजह नुबुव्वत और खिलाफत (नबी की जगा संभालने का ओहदा) के दरमीयान तअल्लुक की मज़बुती थी, क्युंकि नबी ए करीम  सल्लल्लाहु अलयही वसल्लम के बाद खिलाफत का सिलसिला अल्लाह को हज़रत अबुबक्र रदी.से चलाना था खिलाफत को नबी के घराने से जोडना मकसुद था.
अरब की गर्म (होट) आबोहवा ईन्सानी बदन को बढाने (डेवलपमेन्ट) में ईम्पोर्टन्ट -खास रोल अदा करती है और दुसरी बात येह अल्लाह तआला कुछ लोगों को हाइट-बोडी उम्र और दिमाग (ब्रेइन) पावर एबीलीटी दुसरे लोगों से बढ कर देता है.अल्लाह तो बहोत बडा है अगर वोह किसी बात का हूक्म दे और छोटी लड़की का से बडी से बडी उम्र की लडकी का काम लेना चाहे तो वोह काम हो जाता है.
लेकिन वोह लोग नहीं मानते जिन के दिलों पर मुहर:सील लगा दीया गया है.अल्लाह तआला कुर्आन में इर्शाद फरमाते है के
" अल्लाह ने इन (कुफ्फार) के दिलों और उन्के कानों पर मुहर लगा दी है और उन्की आँखो पर परदह पड़ गया है (ईस्लिये उन्की समज़ में नहीं आता) वोह सख्त अज़ाब के मुस्तहिक (लायक) हैं.
एक नवजवान ने बताया के आजकल 12 साल की लड़कीया 55 साल के सलमान खान से शादी करने के लिए बेचेन हैं हमारे नबी के प्रसनालिटी और खूबसूरती सलमान खान से 100 टका ज़यादा थी और हज़रात आइशा रदीअल्लाहु अन्हा इस् निकाह से सब बीबियों से ज़यादा खुश थी और इज़्ज़त और फख्र महसूस करती थी

✏ मुफ्ती ईमरान ईस्माइल मैमन
उन्की मगफिरत की जाए
मुदर्रीस दारुल उलुम रामपुरा  सूरत,गुजरात,ईन्डीया.

➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
📱 रोमन उर्दु में मसाईल जानने के लिये ज़रुर देखीये

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.islam.group

No comments:

Post a Comment

AETIKAF KE MAKRUHAAT

*AETIKAF KE MAKRUHAAT* ⭕AAJ KA SAWAL NO.2101⭕ Aetikaaf kin cheezon se makrooh hota hai?  🔵JAWAB🔵 Aetikaf niche dee hui baton se makrooh ho...