*गरबा, दांडिया, नव-रात्रि में शिरकत*
⭕आज का सवाल नंबर १५१०⭕
हिन्दुओं के त्यौहार गरबा (नव-रात्रि) में शिरकत करना कैसा है?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
नव-रात्रि हिन्दुओं का मज़हबी त्यौहार है, जिसमें वह अम्बा देवी की मूर्ति या तस्वीर के तवाफ़ (चक्कर) लगा कर उसकी पूजा करते हैं, इसमें शिरकत करना गैरुल्लाह को पूजने के बराबर गुनाह है, जो कुफ़्र और सख्त गुनाह है,
काबा शरीफ के अलावह किसी भी चीज़ का तवाफ़ जाइज़ नहीं है, कुफ़्र के अलावह म्यूज़िक, गाना गाना या सुनना, बद-निगाहि, ग़ैरों के साथ ताल्लुक़ात वगैरह कई गुनाह में मुब्तला होने का ज़रिया है, लिहाज़ा इस में शिरकत करना इमान बर्बाद करना और हराम है।
و الله اعلم بالصواب
🌙🗓 *इस्लामी तारीख़*
१ सफर १४४० हिजरी
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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