*रुखसती का इस्लामी तरीक़ा*
⭕आज का सवाल नंबर १५९०⭕
*शादी हो जाने के बाद दुल्हन को उस के शोहर के यहां रुख्सत करने का इस्लामी तरीक़ा क्या है ?*
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
दुलहन को दुल्हन के घर की किसी लड़की या खदिमा के साथ, या लड़कों के घर की औरतों के साथ भेजा जाये।
हुज़ूर ﷺ ने अपनी साहबज़ादी हज़रात फ़ातिमा रदियल्लाहु अन्हा को अपनी खदिमा उम्मे अयमन के साथ हज़रत अली रदियल्लाहु अन्हु के यहाँ भेज दिया था।
रुखसती का कोई खास तरीक़ा शरीअत में नहीं है, लेकिन रुखसती निहायत सादगी के साथ होनी चाहिए।
आज कल बहुत देर रात से रुखसती होती है, जिस में फज्र की नमाज़ क़ज़ा या सुस्ती के साथ होने का खतरा होता है, जो बहुत ही गलत है।
साथ में जहेज़ का सामान भेजना ज़रूरी नहीं, बाद में भी भेजा जा सकता है।
📗मसाइल निकाह व अहकामे तलाक़ सफा १२५
و الله اعلم بالصواب
🌙🗓 *इस्लामी तारीख़*
१९ रबी उल आखर १४४० हिजरी
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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