Sunday, November 4, 2018

दिवाली के दिये, आँगन के रंग, घण्टी वग़ैरह बेचने का हुकम

*दिवाली के दिये, आँगन के रंग, घण्टी वग़ैरह बेचने का हुकम*

⭕आज का सवाल नंबर १५३६⭕

हमारे वालिद साहब दुकान पर दिवाली के दिये, लाइटिंग, आँगन के रंग, पूजा की घंटि, सिन्दूर बेचते है,
कया ये चीज़ें बेचना जाइज़ है ? आमदनी हलाल है ?

🔵जवाब🔵

حامدا و مصلیا و مسلما
इन तमाम चीज़ों का जाइज़ ईस्तिअमाल भी है, और ये चीज़ें दूसरे कामों में भी ईस्तिअमाल हो सकती है,

लिहाज़ा उस के नाजाइज़ ईस्तिअमाल की ज़िम्मेदारी बेचने वाले पर नहीं है, बल्के ईस्तिअमाल करने वाले पर है,

लिहाज़ा इन चीज़ों का बेचना जाइज़ और आम्दानी हलाल होगी।

📕फतवा कास्मिया जिल्द २९ सफा ३२४ से ३२७
बा हवाला शामी और अशबाह से माखूज़

अलबत्ताह दिवाली के मोके पर इन चीज़ों के बेचने से बचना बेहतर है।

📗किताबं नवाज़िल १०/२२७ से माखूज़

و الله اعلم بالصواب

🌙🗓 *इस्लामी तारीख़*
२६ सफर उल मुज़फ्फर १४४० हिजरी

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