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*ज़कात के आसान मसाइल*
*PART-3*
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*सवाल - काफिर को जकात देना जाइज है या नहीं?*
जवाब - जाइज नही
*सवाल - मालिके निसाब जकात की रकम अपने असल यानी की बाप दादा (उपर तक) और इसी तरह अपनी फुरूअ यानी बेटा पोता (नीचे तक) पर खर्च कर सकता है या नही ?*
जवाब - नहीं
*सवाल - मस्जिद या मदरसा की तामीर, रासता या पुल की तामीर मे जकात दे सकते हैं या नहीं ? *
जवाब - नहीं दे सकते
*सवाल - मैयत को कफनाने या मैयत का कर्ज चुकाने मे जकात की रकम सर्फ करना जाइज है या नहीं ? *
जवाब - जाइज नही
*सवाल - जकात की रकम रिश्तेदारों, पडोसियों पर सर्फ करना कैसा ? *
जवाब - जाइज व बेहतर है
*सवाल - एक ही शख्स को पूरी जकात देना कैसा ?*
जवाब - मकरूह है
*सवाल - जो जमीन तिजारत के लिये ली जाती है क्या उस पर जकात फर्ज है ? *
जवाब - जी हां
*सवाल - गैर मुस्लिम गरीब को जकात दी तो अदा होगी या नहीं ? *
जवाब - अदा न होगी
*सवाल - क्या मदरसे के मोहतमिम या नाजिमे आला वगैरा (जो तलबा के वकील होते हैं उन) को जकात दे सकते है ? *
जवाब - हां दे सकते हैं
*सवाल - मुस्तहिके जकात भाई बहन की शादी मे जकात दे सकते हैं ? *
जवाब - हां दे सकते हैं
*सवाल - सोने की जकात खरीदते वक्त की कीमत के हिसाब से होगी या मौजुदा कीमत.? *
जवाब - मौजुदा कीमत के हिसाब से
*सवाल - क्या ना बालिग बेटा या बेटी के माल पर भी जकात फर्ज है ? *
जवाब - नहीं
*सवाल - मस्जिद के इमाम या मुअज्ज़िन की तन्खॉह जकात से दी जा सकती है ?*
जवाब - नहीं
*सवाल - क्या लडकी जकात की रकम अपने वालिदैन को दे सकती है ? *
जवाब - नहीं
*सवाल - क्या सय्यद. सय्यद को जकात दे सकते हैं ?*
जवाब - नहीं
✏ तस्दीक़ मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन सूरत गुजरात
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