*वक़्त पर क़ुरबानी न कर सका*
🔴आज का सवाल न १८२२🔴
1⃣
अगर वक़्त पर क़ुरबानी न कर सका तो अब क्या हुक्म हे ?
2⃣
क़ुरबानी वक़्त पर न कर सका तो बाद में बड़े जानवर में हिस्सा लेकर क़ुरबानी कर सकता हे ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
1⃣
अगर वक़्त पर क़ुरबानी न की जा सकी और जानवर पहले से मौजूद हे, तो उसी जानवर को ज़िंदा सदक़ा करना ज़रूरी हे, अगर जानवर मौजूद न हो तो पुरे जानवर की क़ीमत का सदक़ा लाज़िम हे।
2⃣
अगर क़ुरबानी वाजिब थी और क़ुरबानी के दिनों में नहीं किया, तो अब १ बकरे की क़ीमत गरीबो पर सदक़ा करना ज़रूरी हे। *यानि अब बड़े जानवर में हिस्सा नहीं ले सकता बल्कि पुरे जानवर की क़ीमत देनी ज़रूरी होगी*
📗मुस्तफ़द किताबुल मसाइल २/२२९)
و الله اعلم بالصواب
🖊मौलाना इब्राहिम अल्यानी साहब
✍🏻 तस्दीक़ मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
📲https://aajkasawal.page.tl/HAJ_QURBANI.htm
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